इज़्ज़त
इज़्ज़त
कल्याणी जी करीब बीस वर्ष बाद अमेरिका से भारत आयीं थी। नौकरी के चलते बीस वर्ष हो गये थे उनको अपना देश छोड़े।
आज सवेरे सवेरे वे ताजी हवा खाने घूमने निकली। अचानक ही उन्हें एक लड़की की चीख सुनाई दी। वे लम्बे लम्बे डग भरती हुयी उस दिशा में गयीं तो सामने का नज़ारा देखकर सन्न रह गयीं। तीन बाईक सवार एक लड़की को जबर्दस्ती घसीट रहे थे वह मदद के लिए चिल्ला रही थी। पास मे ही एक भीड़ का हुजूम किसी फिल्म मे रानी द्वारा नृत्य करवाये जाने का विरोध कर रहे थे वे बाईक सवार उनके सामने से ही उस लड़की को उठा कर ले गये।
कल्याणी जी का सिर चकराने लगा, "ये कैसा देश हो गया है मेरा ? जहां इतिहास बन चुकी रानी की इज़्ज़त का ढिंढोरा पीटा जा रहा है और हमारी रानी बेटियॉं इस तरह बेईज़्ज़त हो रही है और यही भीड़ का हुजूम तमाशा देख रहा है।"