एक बार अमीर होने की सोचे
एक बार अमीर होने की सोचे
अमीर वहीं होते है जो अमीर के साथ बैठ कर कुछ बाते करे लेकिन अमीर के साथ बैठ कर कोई छोटा महसूस ना करे अमीर भी इंसान है और गरीब भी
इंसान .
अमीर मेहनत से होते है या नहीं अमीर दिमाग से होते है दिमागी सोच में अमीरी का नशा होना चाहिए . कुछ बिजनेस करते है और कुछ डर कर बैठ जाते है . जहां ज्ञान होता है वहां हर आदमी अमीर होता है . वक्त बदल तो रहा है लेकिन कोई भाग रहा है और कोई हार रहा है .
अपने अंदर का आदमी ज़िन्दा हो तो आदमी बहुत कुछ कर सकता है .
सड़क पर भीख मांगने वाला भी काम कर रहा है वह इस डर से आना बंद नहीं कर देगा कि कल पैसा ना मिले .
अच्छे लोग और अच्छी सोच कुछ लोगो में मिलती है बाकि सोच कचरे से कम नहीं होती.
जहां प्रेम ज्यादा होता है वहीं सबसे ज्यादा बिकाऊ होता है
एक दु:ख दूसरों के दु:ख को समझ सकता है उसी प्रकार एक सुखी दूसरों की सुखता को समझ सकता है .
अमीर, गरीब और मिडिल क्लास ये तीनों की बात करे तो अमीर तो अमीर ही रहेगा लेकिन जो मिडिल क्लास है उसको भी अमीरी के स्थान पर खड़ा करना होगा जब बराबर चलेंगे तभी तो आगे बढ़ेगे.
बिजनेस सोच वाले करते है और नौकरी दूसरों की सोच पर चलने के लिए करते है .
नासमझ से दोस्ती आपको नासमझ बनाती है और समझदार की दोस्ती आपको एक बड़ा रास्ता दिखाती है .
जब आप किसी की पसंद बन जाते हो तो वहीं सर झुकाते है
और जब आप नापसंद बन जाते हो तो वहीं पता साफ कर जाते है .
अमीर आदमी अपनी बेटी गरीब के हाथ नहीं देगा उसी प्रकार गरीब आदमी अपनी बेटी अमीर के हाथ दे देगा.