गुमशुदा भाग 3
गुमशुदा भाग 3
यह तस्वीर कहां की है देशमुख?मगन ने पूछा
इसी लड़के की मिसिंग कम्प्लेंट आई है,देशमुख ने कहा,इसके बाप ने लाकर दी है। उसके किसी साथी ने सेल्फी ली होगी।
अगर हम सलाहुद्दीन को पकड़ सके तो यह हमारे डिपार्टमेंट की बड़ी कामयाबी तो होगी ही, मगन बोला, व्यक्तिगत रूप से भी मेरे लिए बड़ी सफलता होगी देशमुख!
हाँ ! तभी तो मैंने फौरन इसकी खबर आप तक पहुंचाने का फैसला किया , देशमुख ने उत्तर दिया।
फिर दोनों पुलिस जीप से उस स्थान की ओर चल पड़े जहाँ वह तस्वीर खींची गई थी। देशमुख अपने इलाके को अच्छी तरह जानता था।सियान कमलादेवी पटेल विद्यालय में पढ़ता था तो यह उसके स्कूल के रास्ते में ही ली गई पिक्चर थी। पीछे की दो दुकानों को देशमुख पहचानता था। वे दोनों उसी दुकान पर पहुंचे।पुलिस जीप से उतरने वाले दोनों व्यक्ति पुलिस अधिकारी ही हैं यह उनके चाल ढाल से ही समझकर दुकान का गुजराती मालिक अधिक विनम्र हो उठा था।
आवो साहेब आवो!उसने हाथ जोड़कर कहा
जवाब में देशमुख ने सिर हिलाकर अभिवादन स्वीकार किया और सियान की फोटो दिखाकर पूछा, ये फोटो की बैक ग्राउंड में तुम्हारी ही दुकान है न?
गुजराती सेठ ने चश्मा सही करके ध्यान से देखा और बोला,हां साबजी! मेरी ही दुकान का फोटो है । सूं वात छे साहेब?
सुनो! इसमें एक टैक्सी दिख रही है न हमें इसके बारे में जानकारी चाहिए। क्या तुम बता सकते हो कि यह टैक्सी किसकी है?
सेठ हाथ जोड़कर बोला,साहेब!ये चलती सड़क है।रोज सैकड़ों टैक्सियां आती जाती हैं ,और ये किस दिन का फोटो है पता नहीं!मुझे क्या पता इसके बारे में!
आदमी ठीक बोल रहा है, मगन ने कहा, यहाँ कोई परमानेंट टैक्सी स्टैंड थोड़े ही है। राह चलती कोई भी टैक्सी होगी।
देशमुख ने सहमति में सिर हिलाया और बोला, ठीक है सेठ!इस लड़के को जानते हो ?
अब सेठ ने चश्मा सही करके ध्यान से देखा और बोला, अरे ! मैंने ध्यान ही नही दिया था, ये तो गोविंद सेठ का लड़का है । अच्छे से जानता हूँ इसको।
वेरी गुड!देशमुख बोला, यह गायब हो गया है,क्या तुम बता सकते हो कि यह कहाँ गया होगा?
जवाब में सेठ ने जो कहा उसने मगन और देशमुख को हैरानी में डाल दिया....