अँधेरे के बाद उजाला
अँधेरे के बाद उजाला
आज नेहा को ऑफिस से आने में बहुत देर हो गयी थी ।उसने अपना बैग रखा और धीरे से मम्मी के कमरे का दरवाज़ा खोला ।उसकी मम्मी आशा बहुत ही गहरी नींद में सो रही थी ।नेहा बहुत परेशान थी और मम्मी के कंधे पर सर रख रोना चाहती थी पर मम्मी कभी-कभी तो इतनी गहरी नींद सोती हैं ।यह सोच कर उसने उन्हें उठाना ठीक नहीं समझा ।डाइनिंग टेबल पर आशा ने नेहा के लिए कैसरोल में खाना रखा हुआ था पर नेहा का खाना खाने का मन ही नहीं हुआ, इसलिए उसने चुपचाप सारा खाना एक थैली में भरा और खिड़की से बाहर फैंक दिया क्यूंकि उसे पता था अगर मम्मी ने सुबह देखा की उसने खाना नहीं खाया तो सुबह- सुबह ही घर में महाभारत शुरू हो जायेगी ।नेहा अपने कमरे में लाइट बंद कर के लेट गयी और तकिये में मुँह छुपा कर बहुत देर तक रोती रही, फिर रोते-रोते न जाने कब उसकी आँख लग गयी ।नींद में उसे एक आदमी अपनी तरफ आता हुआ दिख रहा था ।वो उसका बॉस विराट था ।वह नेहा के पास आकर उस के साथ जबरदस्ती करने लगा ।नेहा उससे अपने को छुड़वाने की बहुत कोशिश कर रही थी पर वो उसके ऊपर और हावी होता जा रहा था ।विराट से बचते-बचते नेहा एक कैबिनेट के पास पहुँच गयी ।उसके हाथ में कैबिनेट में रखा पेपर वेट आ गया ।उसने पेपर वेट विराट के मुंह पर ज़ोर से दे मारा ।नेहा सपने में ही बहुत ज़ोर से डर गयी और ज़ोर-ज़ोर से चिल्लाने लगी "आई विल किल यू"।आशा फ्रिज में से पानी लेने उठी थी ।नेहा की आवाज़ें सुनकर वह तेज़ी से नेहा के कमरे में गयी और उसके पास बैठ कर उसे झिंझोड़ कर पूछने लगी "क्या हुआ नेहा, क्या हुआ बेटा"।नेहा एकदम से घबरा कर उठ गयी और कस के अपनी मम्मी को पकड़ कर रोने लगी और बस यही कहती रही "मम्मी वो मर गया होगा, मम्मी वो मर गया होगा"।आशा ने उसे पानी पिलाते हुए कहा "कुछ बतायेगी ठीक से कौन मर गया"।नेहा अभी भी बहुत घबराई हुई थी "उसने लम्बी-लम्बी साँसे लेते हुए कहा "मम्मी आज ऑफिस में विराट सर ने मुझे बहुत सारा काम दे दिया ।मैंने कहा भी की इसे पूरा करने में तो बहुत समय लग जायेगा ।मैं जितना काम हो सकता है आज पूरा कर देती हूँ, बाकी का कल जल्दी आ कर कर दूँगी, पर वह बोले, नहीं आज ही यह काम पूरा करो ।कल सुबह मैं मुंबई के लिए निकलूंगा और वहां पर मेरी प्रेजेंटेशन है। मैं क्या बोलती, मैं चुपचाप काम करने बैठ गयी ।ऑफिस के सभी एम्प्लाइज़ एक-एक कर के ऑफिस से चले गये ।यहाँ तक की विराट ने गार्ड्स को भी जाने के लिए बोल दिया ।दस बज चुके थे, मैंने सोचा आपको एक बार और बोल दूँ की मैं लेट हो जाऊँगी ।आपने जैसे ही फोन उठाया, विराट ने मुझे पीछे से आकर पकड़ लिया ।मेरे हाथ से फ़ोन छूट गया ।तभी आशा ने उसे बीच में टोकते हुए कहा "मैं तो दूसरे फोन पर बिज़ी थी ।इसलिए लता (उनकी मैड ) ने फोन उठाया और उसे लेकर मेरे पास आई | मैंने उसे फोन मेरे पास रख कर खाना खाने को बोल दिया ।मैं तेरी मासी से फोन पर बात कर रही थी ।मैं बातों में इतना खो गयी की मैं भूल ही गयी की दूसरे फोन पर फोन आया है"।नेहा ने चिल्लाते हुए कहा "ज़रूरत के समय कोई काम नहीं आता"।विराट मुझे बुरी तरह किस करने लगा ।मैं उससे अपने को छुड़वाने के चक्कर में गिर गयी ।वो मेरे ऊपर चढ़ गया, मैं अपने को बचाने के लिए उसे धक्का देती-देती थोड़ा सरक गयी ।तभी मेरे हाथ में कैबिनेट में रखा पेपर वेट आ गया ।मैंने 5-6 बार ज़ोर ज़ोर से उसके मुंह पर पेपर वेट मारा। उसके मुँह से बुरी तरह खून आने लगा और वो बेहोश हो गया ।मैं जल्दी से वहां से भागी, मैंने सोचा सी.सी.टी.वी की फुटेज अपने साथ ले चलती हूँ पर जब मैं वो निकालने की कोशिश करने लगी, तो मैंने देखा उसने सारे कैमरे बंद कर दिए थे।
मैं जल्दी से कैब पकड़ कर घर आ गयी।
नेहा ने घबराते हुए कहा "मम्मी अगर वो मर गया होगा, तो मेरे ऊपर तो पुलिस केस हो जायेगा और मेरे पास अपने को बचाने के लिए कोई सबूत भी नहीं है ।आशा ने प्यार से उसके सर पर हाथ फेरा और बोली "तू घबरा मत, कोई न कोई सबूत हमें ज़रूर मिल जायेगा और तू यह क्यों सोच रही है कि वो मर गया होगा क्या पता वो बस घायल हुआ हो ।आशा ने नेहा से पूछा "विराट ने पहले भी कभी तेरे साथ कोई बत्तमीज़ी की थी"? नेहा ने कहा "दो-चार दिन से वो मुझे थोड़ा अजीब सी निगाहों से देख रहा था ।मैंने उसकी हरकतों को इसलिएअनदेखा कर दिया क्यूंकि मैं तो जल्दी ही यह ऑफिस छोड़ने की सोच ही रही थी ।आशा ने कहा "हम उसके खिलाफ खुद पुलिस कंप्लेंट करेंगे"।नेहा ने कहा "अरे मम्मी आपको नहीं पता उसकी बहुत बड़े-बड़े लोगों से जान पहचान है"।आशा ने कहा "तेरी मम्मी भी कोई छोटी-मोटी वक़ील नहीं है"।यह कहते हुए आशा किचन में गयी और नेहा के लिए कुछ खाने को ले आई और उसे अपने हाथों से खिलाती हुई बोली "मुझे पता है तू भूखी है, तूने कुछ खाया नहीं"।नेहा ने कहा "आपको कैसे पता"? तो आशा बोली "तेरी माँ हूँ, अगर तूने खाना खाया होता तो किचन में झूठी प्लेट होती ।तूने सारा खाना फेंक दिया"।नेहा ने इस बात का कोई जवाब नहीं दिया क्यूंकि वो अभी भी बहुत घबरा रही थी ।आशा ने नेहा को समझा-भुजा कर सुला तो दिया पर खुद पूरी रात इस चिंता में नहीं सो पायी कि सुबह क्या होगा पर उसने मन ही मन विराट के खिलाफ क्या करना है उसकी तैयारी कर ली ।सुबह-सुबह आशा उठी, उसने नेहा को भी जल्दी तैयार होने के लिए बोला क्यूंकि वो विराट को सँभलने का कोई मौका नहीं देना चाहता है ।जब वो दोनों तैयार हो गयी, तो आशा ने नेहा से कहा "अपने मोबाइल का कॉल रिकॉर्डर चैक कर"।नेहा ने जैसे ही कॉल रिकॉर्डर चलाया, उसमें रात को नेहा और विराट के बीच में जो भी हुआ था वो सारी बातें रिकॉर्ड हो गयी थी | आशा ने कहा इस रिकॉर्डिंग को 5-6 पैन ड्राइव में डाल ले ।नेहा ने कहा "मम्मी आप क्या करना चाह रही हो ? हम बात को यहीं खत्म कर देते हैं"।आशा ने उसे डाँटते हुए कहा "तू आजकल की लड़की हो कर ऐसी बातें करती है। उनकी अगर हम एक बार ऐसे लोगों से डर गए तो आगे के लिए उनकी हिम्मत और बढ़ जाती है"।नेहा ने कहा "पता नहीं वो ज़िंदा है, या मर गया"।आशा ने कहा "अगर वो मर गया होता, अभी तक तो पुलिस हमारे घर आ चुकी होती"।उसके बाद आशा ने नेहा के ऊपर थोड़ा गुस्सा होते हुए कहा "अब तू बिना बात कि बातों में टाइम मत ख़राब कर ।सारी पेन ड्राइव्स वगैरह संभाल के रख ले और उसकी एक कॉपी घर में भी । आशा नेहा को लेकर सबसे पहले पुलिस स्टेशन गयी ।वहां उसने पुलिस इंस्पेक्टर को सब कुछ बताया और और सारी रिकॉर्डिंग सुनवाई और उन्हें अपने साथ नेहा के ऑफिस चलने के लिए बोला ।रास्ते में गाड़ी में आशा ने महिला आयोग की प्रधान को फोन किया और नेहा के ऑफिस का पता देकर कहा "जल्दी से कुछ महिलाओं को लेकर वहाँ पहुँचें"।कुछ पुलिस वालों को विराट के घर भी भेजा गया, ताकि अगर वो घर पर हो तो कहीं भाग न पाये ।वह सब ऑफिस पहुंचे जो वहां विराट नहीं था ।पता चला अभी वो घर पर ही है, क्यूँकि उसके चोट आई है ।आशा,नेहा, इंस्पेक्टर और नेहा के ऑफिस के कुछ कर्मचारी विराट के घर पहुँचे ।महिला आयोग की कर्मचारियों को भी सीधा वहीं पहुंचने के लिए कह दिया गया ।वहाँ जाकर पुलिस इंस्पेक्टर ने विराट के नाम के वारंट दिखाते हुए उसे गिरफ्तार करने की बात कही तो डॉक्टर ने कहा "अभी विराट सर के बहुत चोट आई हुई है, इसलिए आप उन्हें गिरफ्तार नहीं कर सकते"।इंस्पेक्टर ने कहा "हम इनके घर के बहार दो कांस्टेबल तैनात कर रहे हैं, जो इनकी निगरानी रखेंगे ताकि ये कहीं भाग न सकें ।नेहा और आशा अपने घर आ गए पर इतने बड़े आदमी से टक्कर ली थी इसलिए अपनी सेफ्टी के लिए भी पुलिस से मदद माँगी ।कुछ दिन बाद विराट के ठीक होते ही उसे गिरफ्तार कर लिया गया ।आशा ने उसके ऊपर केस भी कर दिया। उसे दो साल की कैद और चार लाख का जुर्माना देने की सजा सुनाई गयी ।कोर्ट रूम से बाहर निकलते हुए आशा और नेहा की आँखों में जीत की चमक थी ।कोर्ट के बाहर मीडिया के लोगों की लाइन लगी हुई थी, उनके इंटरव्यू के लिए और सब उनकी हिम्मत की दाद दे रहे थे।