नव निर्माण
नव निर्माण
चुनावों की घोषणा हुई तो, अपनी जाति में दबदबा होने के कारण मंगतूराम ने चुनावों में अपना भी नामांकन भर दिया।
थोड़ा प्रचार किया लेकिन उसने अंतिम क्षणों में नाम वापिस भी ले लिया।
चुनाव खत्म होने के कुछ दिन बाद मंगतूराम अपने पुराने मकान को तोड़कर उसके नवनिर्माण में जुट गया।