धूप
धूप
"माँ पता है! आज सूर्यबाला स्कूल में गिर गयी। और उसके पैर में सूजन आयी।"
"अच्छा ऐसा है क्या? फिर टीचर ने क्या किया?" रविश की माँ रोहिणी ने पूछा।
"टीचर ने उसे तुरंत ही अस्पताल पहुँचाया, और पता है डॉ ने क्या कहा?"
"क्या कहा ?" रोहिणी ने उत्सुकता से पूछा।
8साल के रविश ने दुःखी हो कर कहा, "माँ उसकी पैर की हड्डी टूट गयी है।"
"ओह ! बहुत बुरा हुआ।"
"हाँ माँ डॉ ने ये भी कहा कि आज कल के बच्चों को हड्डियों में 'विटामिन डी' की कमी पाई जाती है जिससे उनकी हड्डियाँ कमजोर हो जाती है।"
"हाँ ये तो सही कहा डॉक्टर ने।"
"लेकिन 'विटामिन डी' क्या होती है माँ?"
"विटामिन डी हड्डियों की ताकत होती है। जिससे हड्डियाँ चुस्त दुरुस्त और ताकतवर रहती है।"
"अच्छा, फिर 'विटामिन डी' से हड्डियाँ नहीं टूटती?"
"नहीं, और बड़े हो कर बच्चे शक्तिशाली बन सकते हैं।"
"नहीं तो क्या हम कमजोर हो जायेंगे?"
"हाँ, कुछ साल बाद शरीर, विटामिन डी के कमी से कैल्शियम बनाना बंद करदेती है, जिससे शरीर में कैल्शियम की कमी होती है और शरीर की हड्डियाँ कमजोर हो जाती है। इसलिये विटामिन डी, कैल्शियम से भरपूर पौष्टिक आहार खाना चाहिए और गुनगुने धूप में खेलनी चाहिए।"
"माँ क्या मेरे हड्डियाँ भी कमजोर हो जायेंगे?"
"नहीं बेटा, तुम्हें सुबह की हल्की धूप में खेलने की आदत जो है। इसलिये तुम्हें इस परेशानी से जूझने की जरूरत नहीं पड़ेगी।"
"अच्छा धूप में खेलने से हड्डियाँ ताकतवर रहेगी?" रविश ने पूछा।
"हाँ, सुबह की हल्की सी धूप हमारे शरीर में विटामिन डी की मात्रा पैदा करती है। इससे हड्डियाँ मजबूत होती है।"
"सही माँ! सूर्यबाला कभी धूप में खेलने नहीं निकलती। दिन रात घर में वीडियो गेम या मोबाइल में खेलती रहती है। मैं उसे सुबह की धूप में खेलने को कहूँगा।"
"जरूर बेटा, स्वास्थ्य को तंदुरुस्त और मजबूत रखने के लिए खेल बहुत ही अच्छा व्यायाम है।"
"तो माँ मैं अभी उसे बता कर आऊँगा।" तुरंत ही दौड़ लगाकर चला गया।
"अरे बेटा दूध तो पी कर जा।" रोहिणी आँगन में दूध का ग्लास हाथ में लिए खड़ी रहगयी।