महिमा
महिमा
पूर्व में रूस में एक युवक था जिसका नाम मिलोव था। मिलो ने एक चरवाहे के रूप में काम किया। भले ही मिलोव के सभी साथी सेना में शामिल होने के लिए गए थे, फिर भी मिलोव भेड़ के साथ था। मिलो हमेशा दूसरों द्वारा मजाक बनाया जाता था। किसी ऐसी चीज के लिए मत जाओ जो भूमि के लिए उपयोगी हो जैसे ,,भेड़ चराने!
मॉकिंग के बावजूद, मिलोव चुप है। वह भेड़ के साथ भोजन करता और सोता। कभी-कभी मिलोव भेड़ से बात भी करता ! भले ही मिलोव कुछ कहे , भेड़ समझेगी क्यों?
दिन गुजरते गए। एक रात लुटेरे मिलो के देश में आए। सभी पराक्रमी युवक सेना में थे, इसलिए बाकी लोग आसानी से लुटेरों से जीत गए थे। जो कुछ भी देखा वह सब लुटेरों ने लूट लिया था। और भेड़ों को भगा ले गए।
डाकू अपने कैदियों के साथ पहाड़ पर चढ़ने लगे साथ भेड़ें थीं। वे खड़ी पहाड़ियों की एक पंक्ति को पार कर रहे थे,अचानक मिलोव ने एक विशेष शोर किया। लुटेरे बिना सोचे-समझे पहाड़ी से नीचे गिर गए। मिलो और उनकी टीम ने आसानी से बाकी पर विजय प्राप्त की।
पर्वत से वापस आते हुए मिलोव ने पूछा कि अन्य क्या कर रहे थे।