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Aarti Ayachit

Classics

5.0  

Aarti Ayachit

Classics

गलती हुई महोदय

गलती हुई महोदय

1 min
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मीता के लिए कंपनी का जॉब नया-अनुभव था, सिर्फ मन में हमेशा डर समाया रहता, कहीं गलती न हो जाए। अब पापा की सीख ही उसका सहारा, "फाइलों में पछे देख आगे चल।" ऐसे ही सीखते हैं, बेटी हर काम और गलती नहीं होगी तो तुम जीवन में उन्नति कैसे करोगी ? वह अपनी गल्तियो में सुधार करते हुए लगन से हर काम पूर्णकर मुश्किल-हालातों में निर्णय लेने में सक्षम हो गई।

आकस्मिक-निरीक्षण के दौरान कम्प्यूटर-ऑपरेटर होने के बावजूद मीता ने किए डाटा-कंपायलेशन में पायी गल्तियों हेतु मिला ज्ञापन, दूसरे पद का काम किया यही गलती-हुई महोदय।


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