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निम्मो की शादी

निम्मो की शादी

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बहू सब तैयारी कर ली ना और मिठाई भी मांगा लिया ना तुमने।काहे परेशान हो रही हो अम्मा, सब हो गया है, ये कमला भी ना सफाई भी ठीक से नहीं ं की और चली गई ।देखो सोफे पर धूल जमी है।बहू जरा साफ कर देना । इस बार निम्मो की शादी तय हो जाए ।

ऐसा काहे बोल रही हो अम्मा, क्या कमी है हमारी निम्मो में ।

बहू आजकल लोग पैसा देखते है गुण नहीं । देखा ना पिछली शादी पैसो के वजह से ही तय नहीं हुई थी।

लड़के वाले आते ही होगे, ये निम्मो तैयार हुई की नहीं अरि ओ..... निम्मो ! अम्मा कैसी लग रही हूँ ?  ये क्या तुमने सूट पहना है, आज के दिन अपनी भाभी की कोई साड़ी पहन लेती । " आपको पता है ना अम्मा मुझे साड़ी पहनना नहीं आता । 

रहने दो अम्मा शादी बाद सीख जायेगी ।

और आप ने लड़को वालो से दहेज की बात कर ली है ना?

आज सारी बात साफ-साफ कर लूंगा ।

डोरबेल बजती है, लगता है वो लोग आ गए।

आईये... बैठिए आने मे कोई तकलीफ नहीं हुई ना?

नहीं जी कोई तकलीफ नहीं ।

बहू चाय, नाश्ता लाना?  चाय नाश्ता तो हम बाद मे करेगे पहले हमारी होने वाली बहू को बुलाईये।

बहू निम्मो को लेकर आना। आप लोग कुछ लीजिए, ये सब हमारी निम्मो ने बनाया है। बहूत ही अच्छा खाना बनाती है हमारी निम्मो ।

चलो निम्मो तेरे सास-ससुर और तेरे वो आये हैं । क्या भाभी आप भी ना, अरे ननद रानी थोड़ा मजाक करना भाभी का भी बनता हैं । अच्छा चलो।

अमित निम्मो को देखते ही पसंद कर लेता है ।आओ बेटा मेरे पास बैठो निम्मो अपने होने वाले सास ससुर का पैर छुकर आशीर्वाद लेती है।निम्मो तो हमे पसंद है एक बार बच्चे आपस में बात कर ले।  जाओ निम्मो अमित जी को अपना घर दिखा दो।

निम्मो अमित जी को कमरे में ले जाती है। 

आपको कुछ पूछना है तो पूछ सकती है।

नहीं ।

आपको मै पसंद हूँ ?

मेरे घरवालो को पसंद है तो मुझे भी पसंद है।

आपकी अपनी कोई पसंद नहीं है? 

ऐसी कोई बात नहीं ।

आप आगे क्या करना चाहती है ?

मै जॉब करना चाहती हूँ ।

वैसे मेरे माँ को बहू का जॉब करना पसंद नहीं पर में मना लूंगा ।

उधर

देखिए चौधरी जी पहले ही लेन देने की बात हो जाए तो अच्छा है । मेरे बेटे के बहुत से रिश्ते आये जो पन्द्रह लाख से उपर दे रहे थे। वो तो मेरे बेटे को आपकी लड़की पसंद आ गई। तो आप दस लाख रुपये एक गाड़ी दे दीजिएगा। 

ये तो बहूत ज्यादा है गुप्ता जी...... हम पांच लाख और एक गाड़ी दे पायेगे।

इतना तो हमारे यहाँ चपरासी को मिलता है। आपको पता है ना मेरा बेटे की पोस्ट क्या है। मेरा बेटा क्लर्क है।दस लाख एक गाड़ी देगे तभी ये शादी होगी नहीं तो नहीं होगी।

एसा मत कहिए गुप्ता जी अगर ये रिश्ता नहीं तय हुआ तो हमारी बदनामी होगी। कुछ तो कम करिये।

अब में एक रुपया कम नहीं करूंगा ।

कुछ देर सोचकर......ठीक है शादी तक मै कुछ न कुछ इंतजाम कर लूंगा ।

तभी अमित आ जाता है।अच्छा हम चलते है। चलो बेटा।

अरे आप ने हाँ कह दिया, पर इतने पैसे का इंतजाम आप कैसे करेंगे। गांव वाली जमीन है ना उसे बेच देगे पर अपनी निम्मो की शादी मे कोई कमी नहीं करेंगे।

शादी वाले दिन............ "गुप्ता जी" हमने बहूत कोशिश की पर सात लाख तक इंतजाम कर पाये।और पैसे शादी बाद धीरे धीरे दे देगे।

ये क्या बात हुई , पैसा पूरा देगे तभी शादी पूरी होगी नहीं तो ये शादी रुक जायेगी।

पंडित जी, रुक जाइये ये शादी नहीं हो सकती।

क्यू नहीं हो सकती मै बिना शादी किये नहीं जाऊंगा ।

अपने बाप से जबान लड़ा रहे हो, अभी शादी हुई नहीं और तरफदारी शुरू।

आप अहंकार मे इतने चूर हो गए है कि आपको सही-गलत नहीं दिखाई दे रहा है।आप खुद एक लड़की के पिता होकर ऐसा कैसे कर सकते है।चंद रूपयो के लिये आप ये शादी तोड़ना चाहते है, आपको बस पैसा दिख रहा है, बेटे की खुशी नहीं ।अगर मै गलत कह रहा हूँ तो आप ये शादी छोड़ कर जा सकते हैं।अगर मै सही हूँ तो आप मुझे आर्शीवाद दीजिए, बिना आपके ये शादी अधूरी है।

उधर निम्मो के अमित जी की बाते सुनकर, आंखों से आसूं छलकने लगते है।इनके विचार कितने अच्छे है, कितना गलत सोच रही थी मै अमित जी के बारे मे।मै धन्य हो गई एसा पति पाकर।

चौधरजी, बेटा आज आप ने हमारी लाज रख ली,नहीं तो हम कही मुँह दिखाने लायक नहीं रहते।

एसा मत कहिए गलती मेरी है। अगर मैने पापा को पहले ही रोक देता तो बात यहाँ तक नहीं पहुचती।मै हमेशा से दहेज के खिलाफ था पर पापा की वजह से नहीं बोल सका। मैने वही किया जो सही था।और हा अब ये शादी बिना दहेज के ही संपन्न होगी।

उधर बेटे की खुशी के आगे गुप्ता जी भी हार मान लिये। आखिर बेटा सही जो था।

पंडित जी रस्मे शुरू करिऐ मेरे बेटे की शादी है।



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