हर लम्हा बस चाहता हूँ तुझको
हर लम्हा बस चाहता हूँ तुझको
हर लम्हा बस चाहता हूँ तुझको
हर दुआ में मांगता हूँ तुझको
तू ही मेरी सुबह, तू मेरी शब् है
पहली तुझको मानूं, बाद में रब है
तू ज़िन्दगी, तू ही है ख़ुशी
तू ही ऐतबार, मेरा इंतज़ार
मेरा प्यार बस तू है
मेरा प्यार बस तू है
आँखें नम तो क्या हुआ
जो दिल में गम तो क्या हुआ
होठों पे हंसी ही रहेगी
जब जब तेरा दीदार हुआ
तू ही ज़मीन, तू ही आसमां
तू ही मंजिल, तू ही कारवां
मेरा प्यार बस तू है
मेरा प्यार बस तू है
न किसी और का है जूनून
न कोई दे सकता सुकून
तेरे लिए ही मैं करूं
अब दिन रात मन्नतें
तेरा साथ जो मिले, कुर्बान सारी जन्नतें
तू ही है दिल, मेरी जान तू
मेरा हौसला, अरमान तू
तुझसे ही सारी ख्वाहिशें, तुझसे ही सारी आरज़ू
मेरा जहां बस तू है
मेरा प्यार बस तू है
बस इक तू है… बस इक तू है