भूत
भूत
एक छोटा सा गाँव था।
उस गाँव में एक मीना नाम की लड़की रहती थी। उसे भूतों की कहानियाँ सुनना, पढ़ना बहुत पसंद था।
वह हमेशा भूतों की कहानियाँ पढ़ती थी और भूतों की डरावनी फिल्में देखती थी। मीना पर इन सब का इतना असर हो रहा था कि उसे रात में बुरे सपने आने लगे थे। उसे लगता था कि उसके आसपास कोई घूम रहा है। वह हर रोज़ रात को उठती थी और दबे पाँव पूरे घर में घूमती थी। उसे लोगों की परछाईयाँ दिखती थी और वे परछाईयाँ उसे देखकर हँसती थी।
वह बहुत डर जाती थी; फिर सहम जाती थी। अपनी बहन के कमरे में जाकर सो जाती थी। रात को इतना सब होता था फिर भी मीना सुबह उठकर दिन भर वही कहानियाँ पढ़ती थी। इसका असर उस पर और भी होने लगा था और उसे नींद में चलने की आदत पड़ गई थी।
इतना सब होने के बाद भी मीना नहीं सुधरी। मीना वही करती थी जो हर रोज़ करती थी। उसका भूतों की कहानियाँ पढ़ना अब भी बंद नहीं हुआ। यह सिलसिला तो चलता ही रहेगा।