Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!
Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!

चौथा

चौथा

2 mins
425


"बहु ,हमारे बुआ के लड़कों ने भी इसी तरह बुआ के मरने के बाद उनका चौथा कर दिया । बुआ हमारी बहुत कर्म कांडी थी । वेद पुराण सब को मानने वाली । पर आजकल के लड़के कहाँ मानते है । कहने लगे चौथा कर लो चाहे तेरहवीं कर लो । जब आदमी ही नहीं रहा तो क्या फर्क पड़ता है? बहुत रिश्तेदारों ने समझाया पर अपनी ही जिद आगे रखी । कर दिया चौथा । अगले ही दिन घर मे बुआ का प्रेत किसी को छत के पंखे पर दिखा तो किसी को अलमारी के ऊपर । सब लगे थर थर कांपने । कोई अकेला बुआ के कमरे में न सोये न जाये ।"

पड़ोसन बुढ़िया ने मेरी पत्नी को डराते हुए कहा ।

"अब भी सोच लो,पिता जी और चाचा जी को एक बार कह के देखो, दादी का चौथा कर के कही प्रेतात्मा यही न भटकती फिरे । आगे बाल बच्चों की भी चिंता है मुझे । मैं अभी से ही घबराहट महसूस कर रही हूँ "

पत्नी मेरे कान में फुसफुसाई ।

"अरे यार तुम कहा इन बिफोर सिक्सटी मॉडल बूढीयों की बातिन में आ रही हो । हम सब लोग कामकाजी लोग है,एक छुट्टी से ज्यादा छुट्टी मिलना मुश्किल है और तुम चाहती हो कि ऐसी बातों को लेकर हम अपना दिमाग खराब करें । ज्यादा चिंता हो तो जम्मू वाली मासी और पठानकोट वाली अपनी बहन से पूछ लो । उनोहने अपने बुजुर्गों का चौथा ही किया था । किसे प्रेतात्मा दिखी?? ये सब मन के वहम है । उन्हें देखो जो शरीर हस्पतालों में दान करते हैं । हम संस्कार करेगें । पर यदि ऐसी बाते सुनकर अपने दिमाग मे बिठाओगी तो दिमाग सोते जागते प्रेत ही दिखायेगा । सपने हमारी सोच का ही प्रतिबिम्ब होते हैं । इसलिए इन औरतों को ज्यादा तवज्जों मत दो । ये पुराने देहाती मॉडल है । इनका लालन पालन ऐसे ही बातें बनाते सुनते हुए है । साला यहां आदमी जीते जी प्रेत की तरह इधर उधर रोटी कपड़ा मकान के चक्कर मे हलकान है और इन्हें मरने के बाद की चिंता पड़ी है । ...ठीक है ।"

मैंने पत्नी को प्यार से मुस्कुराते हुए समझाया ।

"आप तो बस हर बात में अपनी ही फिलासफी झाड़ा करते हो,ठीक है जैसा ठीक लगे करो । प्रेत वगैरह दिखा तो तुम ही संभालना ।"

पत्नी ने प्यार से कहा ।

पड़ोसन बुढ़िया शायद हमारी बात सुनकर मुंह फेरकर बैठ गयी ।



Rate this content
Log in