रहस्यमय तालाब
रहस्यमय तालाब
रुद्रपुर गाँव में एक तालाब था जिसके बारे में अनगिनत कहानियाँ मशहूर थीं। कुछ मजेदार कुछ डरावनी।
तालाब के एक किनारे एक शिवजी का मंदिर था और दूसरे किनारे पर एक पीपल का पेड़ था। कुछ लोग कहते थे उस पर भूत बसते थे, जो आधी रात के बाद पेड़ की शाखाओं से उल्टे, लटके, झूलते नज़र आते थे। जो ऐसा कहते थे उनमें से किसी ने नहीं देखा था। देखे तब जब किसी की आधी रात के बाद वहाँ जाने की हिम्मत होती। कुछ लोग कहते थे उस तालाब में जल परियाँ रहती थीं, जिनका ऊपर का आधा शरीर सुंदर स्त्री का और नीचे का आधा शरीर मछली का था। देखा किसी ने नहीं था, लेकिन ये सत्य था कि तालाब में मछलियां और कछुए बहुत थे। तालाब भी बड़ा था। दिन के समय बच्चे उसमें तैरते और धमा-चौकड़ी मचाते। शाम होते ही लोगों को तालाब से जुड़ी डरावनी और रहस्यमय कहानियाँ याद आने लगती और तालाब के आसपास का इलाका सुनसान होता जाता और रात को गाँव का कोई व्यक्ति उस ओर नहीं जाता।