आज की शिक्षा
आज की शिक्षा
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आजकल की शिक्षा का नहीं समझ आता परिमान,
बच्चों के विद्यालय में माता पिता देते हैं इंतेहान।।
बच्चो की परीक्षा होती, माँ बाप परेशान,
समाज में साख लगी दाँव पर,
कही बिगड़ न जाऐ परिणाम
बिगड़ न जाऐ परिणाम के, पड़ोसी न आगे निकल जाऐ,
बच्चों की परीक्षा से हमारा खो न जाऐ सम्मान,
हर पल हरदम दौड़ लगी है, दौड़ रहा खानदान,
बच्चों के विद्यालय में हो रहा इंतेहान।
माता घर की हरफ़नमौला, करती सारे काम
परिवार चलाती, खाना पकाती, रखे बच्चों पर भी ध्यान
पिता लगे है पैसे कमाने, ताकि पड़ा सके संतान
आजकल की शिक्षा का नहीं समझ आता है परिमान।