माँ की ममता
माँ की ममता
समुंदर की लहरों में जैसी मिलती है उमंगे
माँ के आँचल मे धूप छाँव की असर,
सूरज की किरणों में जैसी मिलती हैं उष्मा
जीवन की चालों में होता मानव अमर।
जैसे होता है नदिया का धारा से मिलन
होता है मिलन बाती का जोत से भी,
कैसी मिल जाती है सरगम मिट्टी की सुंगध में
फुलों के साथ भी कभी हँसते हैं पौधे भी।
फूलों की मुस्कान में बचपन की यादें
आते हैं जब आँसू बच्चों की अंखियन में
होता है जब ममता का मिलन
स्नेह भरा होता है माँ की ममता में।