मिल सकती है मुक्ति
मिल सकती है मुक्ति
मिल सकती है मानव को मुक्ति
सब कुछ छोड़ना पड़ेगा
जैसा करोगे वैसा भरना पड़ेगा
आखिर तुझको यहाँ से जाना पड़ेगा
मन है उड़ता पंक्षी आज नही
कल इसको भी उड़ना पड़ेगा
सांसे भी तेरी साथ न देगी
दौलत खजाना शौहरत भी
तुझको आखिर छोड़ना पड़ेगा
माया मोह की है ये दुनिया
किराए का है ये सारा जमाना
आज नही कल इसको छोड़ना पड़ेगा
एक दिन सब से अलग होना पड़ेगा
चोरी, चमारी, बेईमानी का धन भी
अंत समय में साथ नही जाएगा
सब कुछ यही तुझको छोड़ना पड़ेगा
आँखों के सामने तुझको सबको भूलना पड़ेगा