दिल से सलाम
दिल से सलाम
ये मेरे वतन के लोगो,
जरा आंखो मे भरलो पानी।
करो दिलसे सलाम उनको,
लिखी जिन्होंने स्वतंत्र भारत की कहानी।
छोड़कर घर-परिवार अपना,
किया खुद को वतन के हवाले।
जब कठीन समय आया तो,
बने हम सबके रखवाले।
आजादी का जो था सपना सीने में,
ऊसे अपने खून से रंगा,
याद तो हरपल उनकी देगा,
लहाराता ये तिरंगा।
हॉं, हॉं लहराता ये तिरंगा।