Sanjay Pathade Shesh
Drama
क्या नेता जी
आपको सचमुच
इन वृक्षों से प्यार हैं..
वे बोले -
दरअसल यही तो
हमारे राजनीतिक जीवन का
आधार है...
रेवड़ी
जनप्रतिनिधि
अजब दौर है
आदत
श्रद्धा बनाम ...
मोहरा
मोहरे
विश्वास
आश्वासन
हाइकू रचनायें
धधकता सूरज ढल रहा है, पर खेल पुराना चल रहा है। धधकता सूरज ढल रहा है, पर खेल पुराना चल रहा है।
बनाके परिस्थितियों का ही वो देखो जाल बैठ गया। बनाके परिस्थितियों का ही वो देखो जाल बैठ गया।
जिसपर कृपा मात की होती, लौकिक-पारलौकिक इच्छा फलती। जिसपर कृपा मात की होती, लौकिक-पारलौकिक इच्छा फलती।
हर कोना उमंग की लहर में डूबा था आज कोई कण छूटा ना था, हर कोना उमंग की लहर में डूबा था आज कोई कण छूटा ना था,
मासूम सी देखो इन गुड़ियों को, सनातनियों ने इनको देवी माना मासूम सी देखो इन गुड़ियों को, सनातनियों ने इनको देवी माना
रूबरू कराये जो हक़ीक़त से ऐसी बात नहीं बहुत बदला है पर फिल्मों का लगाव वही रूबरू कराये जो हक़ीक़त से ऐसी बात नहीं बहुत बदला है पर फिल्मों का लगाव वही
तू करता जा बस, कर्म, बातों कर तू थोड़ी कम फिर देख, इस ज़माने का सब नजारा तेरा होगा तू करता जा बस, कर्म, बातों कर तू थोड़ी कम फिर देख, इस ज़माने का सब नजारा तेरा ह...
अपनी आँखों को बंद करके तुझे ख्वाबों में पढ़ लेता हूँ... अपनी आँखों को बंद करके तुझे ख्वाबों में पढ़ लेता हूँ...
जो सत्यपथ का होता है, जानकार वो चलचित्र होता प्रसिद्धि हकदार जो सत्यपथ का होता है, जानकार वो चलचित्र होता प्रसिद्धि हकदार
अगर किसी को चुभ जाये मेरे बोल तो माफ करना यारो, मैं तो बस यूँ ही अपना हाल-ए-दिल लिखे जा रही हूँ।। अगर किसी को चुभ जाये मेरे बोल तो माफ करना यारो, मैं तो बस यूँ ही अपना हाल-ए-दि...
तुझे छोड़ किसे भजूँ कृष्ण, मन मंदिर छवि छाए रहीl तुझे छोड़ किसे भजूँ कृष्ण, मन मंदिर छवि छाए रहीl
जब किसी गृहिणी की जेब में जाए, बाजार आए, सभी का मनपसंद खाना बन जाए। जब किसी गृहिणी की जेब में जाए, बाजार आए, सभी का मनपसंद खाना बन जाए।
देवों की आराध्य तू देवी, तुझसे आरम्भ और अंत भी तू ही॥ देवों की आराध्य तू देवी, तुझसे आरम्भ और अंत भी तू ही॥
ऐसे कई सवाल मैं इन होर्डिंग्स से करता हूँ मगर ये मुस्कुरा के टाल जाते हैं, कोई लुभावना ऑफर दिखा क... ऐसे कई सवाल मैं इन होर्डिंग्स से करता हूँ मगर ये मुस्कुरा के टाल जाते हैं, को...
लाल दिखाये, साहस तुझमें, आक्रामक भाव जागते जिसमें। लाल दिखाये, साहस तुझमें, आक्रामक भाव जागते जिसमें।
नये वेषभूषा में खूब हमारा रंग निखर आया, मटमैले मन में फिर भी आज रावण नजर है आया। नये वेषभूषा में खूब हमारा रंग निखर आया, मटमैले मन में फिर भी आज रावण नजर है आ...
हर कुछ तो ख़ास था वक़्त वो भी जो फना करता रहा मुझे मुझमें ही, हर कुछ तो ख़ास था वक़्त वो भी जो फना करता रहा मुझे मुझमें ही,
हर पल अर्पण कर देना चाहती हूं विचारों की माला पिरोने में, हर पल अर्पण कर देना चाहती हूं विचारों की माला पिरोने में,
श्वेत रंग कहे शांति धरना, पावन भाव, प्रेम से बहना। श्वेत रंग कहे शांति धरना, पावन भाव, प्रेम से बहना।
पत्नी की करना सदा, कदर जीवन होगा न कभी, जहर पत्नी की करना सदा, कदर जीवन होगा न कभी, जहर