दिल की बाते....
दिल की बाते....
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दिल की बाते
लिखते है
दिल ही जाने
हकीकत क्या
हँसी या ऑंसू
सब कुछ
मिलना और बिछड़ना
रूठना मनाना
हर दर्द बयाँ
करते है
दिल की बातें
लिखते है
कोई समझे इसको
पागलपन हमारा
कोई समझे इसको
दीवानगी हमारी
जिसको जो समझना
समझे वो
हमको नही परवाह
बादलो के पीछे
छिप गया
हमारा चाँद प्यारा
इधर उधर
ढूढते रहे हम
चाँद प्यारा
करनी थी हमको
बाते उससे
नजर ना आया
हमको चाँद
दिल टूटा हमारा
रुला गया
हमको चाँद प्यारा
चाँद प्यारा
दिल की बाते
लिखते है
दिल ही जाने.....