औरत तेरी यही कहानी
औरत तेरी यही कहानी
औरत तेरी यही कहानी, चेहरे की हसीं देखी सबने |
देखा न आँखो का पानी, औरत तेरी यही कहानी।
रीति- रिवाजों ने जलाया तुझे, अंधविश्वासो ने दबाया तूझे |
अनगिनत तूने दी कुर्बानी , औरत तेरी यही कहानी।
बेटे के जन्म पर थी खुशियाँ, दूध में डूबी बेटी की किलकारियाँ |
दहेज और लोगों ने की मनमानी, औरत तेरी यही कहानी।
खानदान भले बेटे ने रोशन किया, बेटियों ने तो दी है बलिदानी |
कल्पना, इंदिरा और झांसी की रानी, औरत तेरी यही कहानी।
त्याग की बनी देवी हैं जो, उसकी तो अब भी कद्र न जानी |
पूजा की लक्ष्मी और मातारानी, हाय औरत तेरी यही कहानी।
इतिहास बदलने की जरूरत है, तब पहचाने लोग तेरी किमत है |
फिर चुनर नहीं तुझे है गिरानी, औरत तेरी बदलेगी कहानी।
अब इतिहास तेरा मजबूत होगा, इज्जत को छुनेवाला न पूत होगा |
चीर डालेंगे उन्हे बिना ग्लानि, औरत बदलेगी तेरी कहानी।
बदल जाएगा वक्त एक दिन, पुरूष होगे घर संसार में |
तू करेगी व्यपार की निगरानी, और बदल जाएगी तेरी कहानी।
औरत तेरी बदलेगी कहानी, औरत तेरी बदलेगी कहानी।