यादे तेरी रुला जाती है
यादे तेरी रुला जाती है
जितना भी लिखू तुझ पर कम ही होगा
अब तो तेरी यादे ही है जीवन का सहारा
जाने अपने पापा की थी लाडली या नही
मैं ही नही और भी थी तेरी बेटियां
पर तुम तो मेरे पापा थे प्यारे से
तुझसे माँ से ज्यादा प्यार था मुझे
ये राज हम तुझे कभी बता ना पाए
तेरी बीमारी में भी हर पल रहे हम साये की तरह
एक पल तुझे अकेला ना छोड़ पाये
तेरी ये बिटिया तुझ बिन अकेली रह गयी
अपने ही बन गए दुश्मन एक तू ही अपना था
बचपन की यादे हर पल आ जाती है
पूरी जिंदगी गुजरी है तेरे ही छत्र छाया में
तेरी कमी हर पल मुझको कलती है
कहते तह तुम हमसे जब भी याद आये
आईने से बाते कर लेना दर्द अपना भुला लेना
आईने से बाते क्या करनी दिल ही।हमारा आईना है
उससे ही बाते करते है अपना हाल बताते है
तेरा हाल चाल पूछते है कभी चाँद से बाते करते है
मुस्कुराते है तेरी खबर मांगते
आईने से बात करने की आदत नही
जाने कौन सी दुनिया मे चले गए तुम