भूखा पेट और कहानियाँ..
भूखा पेट और कहानियाँ..
हर रोज़ न जाने कितने बच्चे
ऐसे ही कुछ कहानियाँ
सुन - सुना कर अपना
भूखा पेट भर लेते है
और रात की काली चादर
ओढ़ सो जाते है...
पर अफ़सोस हकीकत तो यहहैं कि
यहाँ उन्ही गरीब भूखे बच्चो के नाम पर
न जाने कितनी ही योजना परियोजनाएं
बनतीं रहती है और उसी के नाम पर
राजनीति होती रहती है पर
न तो उन बच्चो की भूख मिटती है
न तो गरीबी दूर होती है...
खैर छोड़िये उन नीति - राजनीति की
बातो को अगर हम सब मिल के
एक साझा प्रयास करे तो उन बच्चो की
भूख भी मिटा सकते है और देश से गरीबी भी
दूर कर सकते है हा यह मुश्किल जरूर है
पर नामुमकिन नहीं
#postiveindia