Prabhanshu Kumar
Inspirational
आजादी आ तुझसे,
आज दो-दो बातें कर लें,
जो मिटे तेरी डगर में,
आज उनको याद कर लें।
जिन्दगी के अं...
कूढ़े वाला आद...
तड़पती लाश
कविता तुम कहा...
छत पर धूप में
पेट्रोमैक्स आ...
मेरा दूसरा आद...
आस्था का महाक...
पहला प्यार
आओ भू को बचाएं,काम करें हम नेक हरियाली अच्छी लगे,पेड़ लगाएं एक. आओ भू को बचाएं,काम करें हम नेक हरियाली अच्छी लगे,पेड़ लगाएं एक.
जग में अच्छा मानव बनने की, बनाएं हम अपनी पहचान। जग में अच्छा मानव बनने की, बनाएं हम अपनी पहचान।
कविता यूँ बनती नहीं सृजन उसका हो जाता भावनाओं की शक्ल में बातें सबकह जाती। कविता यूँ बनती नहीं सृजन उसका हो जाता भावनाओं की शक्ल में बातें सबकह ...
लेते ज़रा सा कुछ भी नही ये बस बेहिसाब देते ही जाते हैं। लेते ज़रा सा कुछ भी नही ये बस बेहिसाब देते ही जाते हैं।
स्वस्थ शरीर उपहार है हमें रखना संवार है, स्वस्थ शरीर उपहार है हमें रखना संवार है,
खुशी से कर ले अपनी नैया पार। खुशी से कर ले अपनी नैया पार।
गंगा मानवता की हम राष्ट्र में लेकर आये घमंड भाव को हम स्वयं के अंतर्मन से मिटाएं। गंगा मानवता की हम राष्ट्र में लेकर आये घमंड भाव को हम स्वयं के अंतर्मन से मिट...
नाराज न हो जाएं यार सुन कर हमें, कई दिन चले जाते हैं फिर मनाने में। नाराज न हो जाएं यार सुन कर हमें, कई दिन चले जाते हैं फिर मनाने में।
आज कुछ ज़्यादा ही याद आते हैं AK को AK47 बना जाते हैं। आज कुछ ज़्यादा ही याद आते हैं AK को AK47 बना जाते हैं।
अविजित पर्वत शिखरों पर विजय पाना पर्वतारोही के बस की ही बात है ये कर जाना। अविजित पर्वत शिखरों पर विजय पाना पर्वतारोही के बस की ही बात है ये कर जाना।
लेते ज़रा सा कुछ भी नहीं ये बस बेहिसाब देते ही जाते हैं। लेते ज़रा सा कुछ भी नहीं ये बस बेहिसाब देते ही जाते हैं।
मुझे कब तक धरा की ये दुर्दशा दिखाओगे.... पुत्र....वादा करो तुम पेड़ जरूर लगाओगे ..... मुझे कब तक धरा की ये दुर्दशा दिखाओगे.... पुत्र....वादा करो तुम पेड़ जरूर लगाओग...
फहरेगा तेरा भी परचम, खुशियाँ ही खुशियाँ आएंगी। फहरेगा तेरा भी परचम, खुशियाँ ही खुशियाँ आएंगी।
चलो चल के देख लो धूप छाँव के भेद को कई सूखे पेड़ है, और कई हरियाली से ढेर है, चलो चल के देख लो धूप छाँव के भेद को कई सूखे पेड़ है, और कई हरियाली से ढेर है...
मैंने रस्सी को खींचा, देखा भाला, और फिर उपर की तरफ, चढ़ने लगा। मैंने रस्सी को खींचा, देखा भाला, और फिर उपर की तरफ, चढ़ने लगा।
‘क’ के ये खेल सारे निराले पर सब पर भारी, ये बीमारी - ‘क’ का रोना ‘क’ के ये खेल सारे निराले पर सब पर भारी, ये बीमारी - ‘क’ का रोना
अच्छा हुआ तुमने समझ लिया, इज्जत से जीना सीख़ लिया। अच्छा हुआ तुमने समझ लिया, इज्जत से जीना सीख़ लिया।
जिंदादिली है, सही में जीने का कदम बाकी तो जिंदगी काटते हुए है,कदम। जिंदादिली है, सही में जीने का कदम बाकी तो जिंदगी काटते हुए है,कदम।
धरती पर हुई जहां पाई जाती हैं यह सभी सुविधाएं वही कहलाता है धरती का स्वर्ग, धरती पर हुई जहां पाई जाती हैं यह सभी सुविधाएं वही कहलाता है धरती का स्वर्ग,
बिना down होले unlock भईले हमार बबुआ बबुआ समझदार। बिना down होले unlock भईले हमार बबुआ बबुआ समझदार।