सपनें
सपनें
हर किसी की ज़िन्दगी में होता है,
सपनों से भरा एक महल,
जिसमें होती हैं हज़ारों चाहत,
और उनको पूरा करने की ताकत।
सपनों का अर्थ ही होता है,
कि उन्हें पूरा किया जाए,
वरना वो सपनें, सपनें ही हैं,
जो यूं ही दिखें और खत्म हो जाएँ।
पर होते हैं कुछ सपनें,
जो कभी पूरे नहीं होते,
वादों में बह जाते हैं,
पर अपने नहीं होते।
सपनों की दुनिया में रहकर,
कुछ लोग ज़िन्दगी गंवा बैठते हैं,
हकीकत को सपना समझकर,
सच्चाई से चेहरा छुपा लेते हैं।
सच को जीना आना चाहिए,
वरना सपनें देखने का अर्थ ही क्या है?
जीवन भी एक कल्पना है गर,
जीना ही नहीं, फिर शर्त ही क्या है?
ऐसे सपनें देखो,
जिनसे ज़िन्दगी ही बदल जाए,
मिट्टी से बना घर भी,
सोने का महल नज़र आए।।