होली आयी रे ...
होली आयी रे ...
होली आयी रे
होली आयी रे
रंगों की फुहार
रंगों की बहार
है हर तरफ़ छाई रे
होली आयी रे
याद आता अपना अहमदाबाद
दोस्तों संग कैसे खेला करते थे
झूमते थे कैसे हम सब मिल
नाचा करते थे
DJ वाले वो बाबू
वो भोजपुरी पंजाबी
वो ठुमके बेक़ाबू
ऊपर से पानी की फुहार
संग दोस्तों का प्यार
पक्के रंग ला जब आया था पास
कैसे भागी थी मैं जान अपनी बचा
ना रंग सोनिया आता था वो रास
सुबह का नाश्ता
दोपहर का खाना
बस हमें मदहोश हो
झूमते था जाना
सोनिया अपना किया रैम्प वॉक
अपनी वो मस्ती वाली टॉक
सेल्फ़ी और पिचकारी
होली फिर से आ गयी दोस्तों
मस्ती दिल में छा रही दोस्तों
हाथ रंग लो तुम लाल
संग मेरे भी गुलाल
बस मैं अभी आयी
तुम संग खेलने ये खेला
रंगों का
तरंगों का
कान्हा का प्यार
ये होली का त्योहार …