ख़्वाहिश
ख़्वाहिश
ख़ुशियों में शामिल तेरे कई दोस्त हुए होंगे
पर ग़म में तू केवल मुझको ही शामिल करना।
फूलों की राहों पर मिल जाएँगे कई
काटों की राहों को मेरे साथ ही तय करना।
सजाई होगी महफ़िल दोस्तों के संग कई
मगर तन्हाईयों में केवल मुझे ही साथ रखना।
तेरे कामयाबी का भागीदार मैं बनूँ सा ना बनूँ
अपने संघर्ष की गवाही मुझको ही देने देना।
मंज़िल पर पहुँच कर ठहर जाऊँ तो ग़म नहीं
पर वहाँ तक संग चलने की इजाज़त मुझे ही देनी।
बिछड़ जाना अगर किसी मोड़ पर तुम कभी
तो कहानी की तरह मुझे हमेशा ही याद रखना।