लाइलाज ज़िंदगी
लाइलाज ज़िंदगी
जद्दोजहद की जलाती,
कड़ी धूप से बिलखते,
ज़िंदगी की दुकान में ,
ढूँढकर देखा हर जगह मैंने|
कोई इलाज गम-ए-दिल का,
मिला न कोई मरहम कहीं,
बस है यहाँ सिर्फ़ जलना,
लाइलाज-सी ज़िंदगी मिली|
तकदीर के हाथों मजबूर-सी,
देखा हाँ ये देखा मैंने,
दर्द-ए-दिल का इलाज ढूँढ़ते,
मौत की शै में मिला इलाज|
हर गम से निज़ात देती मौत,
हर दर्द की मिली दवाई यहाँ|