मन करता है
मन करता है
मन करता है
जानूं मन को
क्यूँ इतना ये चंचल है,
कैसे मन की तह मैं पाऊँ
ये जो सोच रहा है मुझमें,
कैसे इसको जान मैं पाऊँ
मन मेरा है, मैं सोचूंगा,
क्यूँ दुनिया की लय में मैं बह जाऊं
मन को जानूं, मन को समझूं
क्यूँ, आखिर क्यूँ मन ऐसा है
इसका मैं पता लगाऊं
लड़ लूं मन से, जीत लूं इसको
मन पर कैसे काबू पाऊँ
मन – मेरा मन
मेरे वश में हो ,
फिर इस मन की मैं करता जाऊं