शब्द
शब्द
कुछ शब्द ने दिल को चीर दिया
कुछ शब्द ने दिल को जीत लिया,
खेल है सारा बस चंद शब्दों का
मुख से निकले कुछ लब्जो का।
ये वापस कहाँ फिर आने पाए
शब्दों ने ऐसा वचन बनाया कि
प्राण जाए पर वचन न जाए।
अब एक सलाह मेरी मानो तुम
शब्दों की भाषा पहचानो तुम
बिगड़ा काम भी बन जाता है
जो अपनी बातों में नम लाता है।
बातों में विष को मत घोलो
बोलो यदि पहले तुम तोलो,
तीखी बातों से बस झगड़ा होवे
मीठा बोले जो वो तगड़ा होवे।
देखो वेदों पुराणों की कहानी
सफलता मीठी वाणी है क्योंकि
कुछ शब्द ने दिल को जीत लिया
कुछ शब्द ने दिल को चीर दिया।