माँ
माँ
माँ यदि मिल जाए एक बार
पूछूं कितना बड़ा ये संसार
जब आटे की लोई दी हाथ
तब उतना सा लगता था
लोई से चिड़िया बनायी
फिर आग में सेकी
संसार बड़ा होता गया
चिड़िया कहीं सिकी
कहीं कच्ची रह गई
माँ के सही दिशा दृष्टि से
चिड़िया तैयार
कब आंख लग गयी
पास डाल पर कौआ
कब ले गया उठा
माँ मिल जाय एक बार
पूछूं इतना सा संसार