आपके लिए
आपके लिए
मैं
जिन्दा हूँ,
आपके
लिए,
शर्मिंदा हूँ,
आपके
लिए,
बस यूँ ही,
नजरें मिलाते रहना,
ना जाने कब,
ये आँखें
बंद हो जाये,
सपनो के लिए !
फिर कभी
ना जाम छलके
अपनों के
लिए,
शायद ये सफर
हमसफ़र हैं
आपके
लिए,
जो भी कहूँ
कम हैं
आपके लिए,
मैं
जिन्दा हूँ,
आपके
लिए,
शर्मिंदा हूँ,
आपके
लिए !