सवाल
सवाल
नाम क्या है?
जात क्या है?
धर्म क्या मानते हैं आप?
सवाल दर सवाल. !
जाने कितने सवाल..!
हर बात पर सवाल..!
हर सवाल पर सवाल..!
जाने कैसे सवाल.!
सवालों में ही खो गया इंसान..!
और
खो गई है उसकी इंसानियत...!
दुःख बांटने के पहले सवाल...!
खुश होने के पहले भी सवाल...!
यह कैसा है जाल...
कैसा है यह जंजाल..!
इन्हीं सब सवालों से...
खींच गई मेरे अधरों पर...
एक रेखा..!
अब मुझसे भी
सवाल पूछे जायेंगे 'वंदे'
लोगों ने देखा है
मुझे मुस्कुराते हुए...!