छोटी - सी चिड़िया
छोटी - सी चिड़िया
छोटी - सी चिड़िया
चली जीतने दुनिया
मन में हज़ारों ख्वाब सजाए
देखने निकली वह दुनिया
तूफानों से लड़ झगड़ कर
मुश्किलों में खुद को संभाल कर
निकल पड़ी
अकेली देखने दुनिया
देखकर दुनिया के रंग
थम - सी गयी वो
पता भी न चला उसके
पंख कब कतर गई ये दुनिया
टूटे उसके सपने
टूटे सारे ख्वाब
झूठे थे वो सपने
झूठी निकली ये दुनिया...!