माँ का सहारा बेटी
माँ का सहारा बेटी
बेटी अब माँ के
पद चिन्हो पर
चल रही है
जीवन की मंजिल
पर आगे बढ़ रही है
बेटी जब माँ का
सहारा बन जाती है
माँ को खुशी होती है
चैन की साँस लेती है
बेटी जब छोटी थी
माँ के हर काम पर
बातों पर ध्यान देती थी
अब घर गृहस्थी के हर
काम मे हाथ बटाती है
चौका चूल्हा के साथ
हर काम मे सहयोग
कर साथ दे रही है
जब छोटी थी मॉ
कंघी करती थी
जुएँ निकालकर
बालों की चोटी भी
बनाती थी
तभी तो स्कूल
पढ़ने जाती थी
अब सवयं ही
तैयार हो जाती है
स्कूल से लौटने पर
होमवर्क करती है
शाम को माँ के साथ
खाना बनाती है
हर काम मे माँ का
सहयोग करती है
अब माँ बेटी दोनो ही
हंसी खुशी रहती है
माँ बेटी का सहारा
पा कर खुश है
बेटी भी काम
सीख कर खुश है ।
अब बेटी माँ के नक्शे
कदम पर चल रही है ।