ख़्वाब
ख़्वाब
ज्यादा ख़्वाब भी मत देखो,
हर ख़्वाब पूरा हो जाये मुमकिन तो नहीं,
ख़्वाब का पिटारा छोटा होगा तो
मौत भी आसान हो जाएगी,
वरना मरने के बाद भी चैन की
नींद नहीं आएगीI
मन के ख़्वाब जिंदा रहने
की प्रेरणा देंगें हम
और ख़्वाबों को अपनी आँखों में
आने से रोक तो नहीं सकतेI
ख़्वाब तो बिना पूछे ही सज जाते हैं
हर आँखों में,
रोज-रोज नए-नए ख़्वाब
जरूर देखो पर उनको पूरा करने का
हौसला भी रखोI
ख़्वाब पूरे जो हो जाएँगे तो
खुशियों से झोली भर जाएगीI