वो बातें बचपन की
वो बातें बचपन की
रिनी, मिनी, टिनी
पक्की सहेली थी।
जिनसे रिया, जिया, पिया
अक्सर झगड़ती थी।
पढ़ाई कम तब
लड़ाई में ज्यादा
मन उलझता था
तरकीब हराने की
दिमाग में न सूझता था।
वक्त के साथ बढ़ी होती गयी
लड़ाई फिर छोटी होती गयी।
आज सब पीछे छूट गया
पर बचपन की लड़ाई भी
याद कर हंसी आती है
वो सब लड़किया
अब बहुत याद आती है।
झगड़े कुछ याद नहीं
नाम भी कुछेक ही
याद आ पाते हैं।
मिल जाये कोई कभी
तो आँसू छलक जाते हैं।