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Sonias Diary

Inspirational

5.0  

Sonias Diary

Inspirational

माँ

माँ

1 min
159


माँ तेरे दामन को ढूँढती

तेरी यादों में खोती मैं रोती 

माँ बन गयी हूँ 

फ़िर भी माँ को तरसती सोनिया 


ज़िंदगी मुश्किल है 

दूर बहुत है तू माँ

तेरे आँचल में सिर रख के 

सोना है माँ 

बहुत फ़ोन पर बतिया लिए 

अब तेरी ख़ुशबू में खोना है माँ 


बच्चों की छुट्टियाँ हैं माँ

फिर भी ना आ पायी हूँ 

टप टप अश्रु धारा है बह रही

किसको भी ना समझा पायी हूँ 


जिम्मेदारियाँ फ़र्ज़

इन्ही को निभा रही हूँ माँ

तेरे दिये संस्कारों से अपना 

घर सँवार रही हूँ माँ,

अपना घर सँवार रही हूँ ।।




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