भारत भूमि , ये जन्म भूमि
भारत भूमि , ये जन्म भूमि
भारत भूमि , ये जन्म भूमि
ये भूमि है स्वाभीमान की।
कर्म भूमि, ये तपो भूमि ,
ये भूमि है बलिदान की ।
सिंधू के अविरल धार की,
सकल जग के आधार की।
देव भूमि, ये ज्ञान भूमि
ये भूमि है गौरव गान की।
जात पात का भेद मिटा,
गंगा जमुना तहजीब यहाँ,
हम सबका ये परिवार है,
यही जीवन का आधार है।
पग पग पर प्रीत है,
डग डग पर गीत है,