खुशियो के क्षण
खुशियो के क्षण
जिने का मतलब जब भी
समझ आजाये तभी जिलो
वर्ना देर हो जाने के बाद
जिने में भी मजा तो नही।।
जब झुक जाती है पुरी तरह
संघर्ष करने से यहं कमर
संभालने वाला मिल भी जाये
लेकिन सिधी कभीभी होती नही।।
तभी तो बारीश लुभाती है
जब सिंचती है इन फसलो को
जब नीत जलकी वर्षा होती है
तब फसल सडनेसे तो बचती नही।।
किसीके अन्तर्मन की गहराई को
जानते हुये भी ना जानो
वक्त निकल जाने के बाद
पश्चाताप करना तो अच्छा नही।।
किसीको कटुवाणीसे भीतर तक
छलनी कर आहत करोगे
बादमें बोलकर मिठे वचनो को
दिलमे निशांन रखना तो अच्छा नही।।
खुशियों के क्षण मिलते है
इस जीवनभर में गिने चूने
फिर सुख की युं ही लंबी
प्रतीक्षा करना तो अच्छा नही।।