प्रेम वाला प्लेनेट
प्रेम वाला प्लेनेट
प्रेम को प्लेनेट की ज़रूरत है
और प्लेनेट को प्रेम की
प्रेम करोगे तो सांस लोगे
सांसे लोगे तो प्रेम करोगे
प्लेनेट रहेगा तो
मुहब्बत की चिट्ठियाँ लिखोगे
चिट्ठियाँ लिखोगे तो प्लेनेट को जान पाओगे
सभी के अस्तित्व को देख पाओगे
प्रेम करो और प्रेम से रहो
कि ग्लोबल वार्मिंग का संकट टले
थोड़ा अपने पैरों से बाहर घूमो फिरो
गाड़ी को घर पर छोड़ दो
कुछ लोगों की संगत में बैठो
रुही बातें करनी है तब
तीन चार चिट्ठियाँ लिख डालो
कि मासूमियत को फिर से देखना है
तब पार्क के महत्व को समझो
कूद जाओ उन बच्चों के बीच
जो खेल में जी रहे हैं
उनकी आँख से ज़िंदगी जानो
अपने पचड़ों को पंक्चर करना सीखो
मन करता है तब रो जाओ, घंटों हंस नहीं पा रहे
हंसने के मौके बनाओ तब
कभी अकेले ही मुस्कुराओ
यारों बस अपने हिस्से का एक पेड़ लगाओ