लोरी
लोरी
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सितारों की रज़ाई ओढ़ी है
रात की चद्दर बुनी है
हौले से हवा सहलाती है,
तू चूम के पेशानी सुलाती है..
तेरी आवाज़ में वो जादू है
लोरी में वो असर है
चाँद से निंदिया हर लेती है
माँ के आँचल में भर देती है..