आशिक
आशिक
देखो प्यार है गुरूर मत करना
एतबार का सुरूर मत करना
आंखों से जाम पीते है
जाम पे जाम लगा रखे हैं
देखो कितना सता बैठे हैं
माना जानती है उनकी आंखें हमें
वो भी तो नज़र छिपा बैठी है।
बातों में बात है
बात का एहसास है, ठहराव है
उनकी नजरों पर परदे का पहरा है।

