अभी अभी
अभी अभी
अभी अभी दिल में ख्याल आया है
जो तू नहीं तो कुछ भी नहीं जहाँ में।
अभी अभी तन्हाइयों में तेरी याद आयी है
तेरी पुरानी यादें फिर से ताज़ा हो गयी है।
अभी अभी महफ़िलों में तेरा जिक्र निकला था
महफिलें और भी रंगीन हो गयी है।
अभी-अभी ख्वाबों में तेरा चेहरा नजर आया है
और वो चेहरा हमारे चेहरे पर खुशियाँ ले आया है।
अभी-अभी उन गलियों से हम गुजरे हैं
जहाँ से हमारी दास्तानें मोहब्बत शुरु हुई थीं।।