राहों में
राहों में
राहों में चल दिये, यूं ही हम अकेले।
जानें क्यों दिल जला, और ख़्वाब यूं गुम गये।
राहों में चल दिये, यूं ही हम अकेले।
नींदो में, यादों में, इस दिल में, तुम बसे।
आंखों की, इन पलकों से, प्यार बनके तुम बहे।
राहों में चल दिये, यूं ही हम अकेले।
जानें क्यों दिल जला, और ख़्वाब यूं गुम गये।
दिल की ये बंदिशें, तड़पाती यूं मुझे।
तेरी बातें, वो मुलाकातें, रूह में ऐसे है बसी।
राहों में चल दिये, यूं ही हम अकेले।
जानें क्यों दिल जला, और ख़्वाब यूं गुम गये।
रब से ही मांगता, तुझको दिल ये मेरा।
मेरी साँसे है, तुझ बिन अधुरी,
मिलजा मुझको तू ओ जानेजां।
राहों में चल दिये, यूं ही हम अकेले।
जानें क्यों दिल जला, और ख़्वाब यूं गुम गये।
राहों में चल दिये, यूं ही हम अकेले।