राही है तू
राही है तू
आगे बढ़ता जा तू
राह पीछे छूट जाएगी,
ऐ बंदे, राही है तू, चलना तेरा काम है
बसेरा नहीं तेरा कोई
रुकना न सिख लेना
यादें रह जाएगी, संभलना तेरा काम है ।
राह में चलते जो कहीं हमराही मिल जाए कोई सच्चा
चलते चलते कभी जो कोई लग जाए बड़ा अच्छा
मुस्कुराते हुए कुछ कदम उसके साथ तू जरूर चलना
उसके कुछ हंसी और आँसू अपने खाते में जोड़ लेना ||
जाने है तू कबसे, राह हो जायेंगे जुदा, तो,
दिल ना लगा लेना उससे हाथ छूटने का डर रहेगा
हाँ, पर उस डर से तू प्यार देने में ना कतरा जाना
प्यार देना इतना की जुदा हो के भी यादों में तू बस जायेगा ||
क्या पता एक दिन फिर किसी मोड़ पे तू टकराये उसीसे
उस दिन हो सके किस्मत तुझे कुछ और दिखलायेगा
ज़रूरी नहीं की हर अंत के बाद अच्छा आरंम्भ हो
पर इस उम्मीद पे टिकेगा तभी तो जी पायेगा |
ऐ बंदे, राही है तू, चलना तेरा काम है,
यादें गिन गिन भर, संभालना तेरा ईमान है...