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*क्रांतिकारी वीर भगत सिंह

*क्रांतिकारी वीर भगत सिंह

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वो क्रांतिकारी वीर भगत सिंह थे ।
हँसते हँसते फाँसी चढ़ गऐ थे ।।
कुर्बानी- ऐ -जुनून था देश की ख़ातिर ।
भविष्य के लिऐ इतिहास रच गऐ।।
फिरंगियों ने की तानाशाही जब ।
परेशान हुऐ भारतवासी सारे ।।
इतिहास बने बाद में वो दिन ।
कुछ मजबूर,तो कुछ निर्दोष मारे ।।
नहीं देखा गया इनसे दर्द ।
मजबूरी मेँ जी रहे सारे ।।
अपने मित्रोंं , साथियों के संग ।
आज़ादी की ख़ातिर निकल पड़े ।।
शहीद हुऐ जब भगत सिंह ।
एक एहसास दुनिया में छोड़ गये ।।
देश के नौजवानों की ख़ातिर ।
जुनून , हिम्मत , जोश छोड़ गये ।।
वो क्रांतिकारी वीर भगत सिंह थे ।
हँसते हँसते फाँसी चढ़ गऐ थे ।।


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