उठाई मैंने कलम
उठाई मैंने कलम
हाँ उठाई मैंने कलम विश्व में
होने वाले दूराचार मिटाने को।
यहाँ के दुख दर्द का बखान कर
इस भविष्य को सँवारने को।।
हाँ उठाई मैंने कलम विश्व में
होने वाले दूराचार मिटाने को।
यहाँ के दुख दर्द का बखान कर
इस भविष्य को सँवारने को।।