जीने का सहारा
जीने का सहारा
कभी आप सपनोंमें आते थे,
और हमारी नींद उड़ाते थे,
फिर भी हम सोए रहते थे,
आपही के सपनोंको सजाते रहते थे,
कभी आप खयालोंमें आते थे,
और हमारा चैन गवाते थे,
फिर भी हम सोचते रहते थे,
आपही पर अपनी कहानी लिखते थे,
फिर तो आप सामने आते थे,
और हम चुपसे रहते थे,
हम थोडा शरमाते थे,
और थोडा डर भी जाते थे,
अभी तो आप जीवन में आये हो,
हमारी नींद भी आप ही हो,
हमारा चैन भी आप ही हो,
हमारे जीने का सहारा आप ही हो...