कुछ अल्फ़ाज़ देश के नाम
कुछ अल्फ़ाज़ देश के नाम
ये मेरे वतन के लोगो, अब कफन बाँध लो सर पर ।
दिखला दो दुनिया वालो को, हम अब भी भारी है सब पर ।।
कब तक अमन और शान्ति का नारा हम लगायेगे ।
कब तक इन गद्दारो को मीठे वचन सुनायेगे ।।
अब समय आ गया दिखलाने का, करके हम दिखलाऐगे ।
इस मिट्टी के कर्ज के खातिर, कतरा - कतरा बहाएँगे ।।
हम संताने है उस वंशज की, जहाँ भगत सिंह और आज़ाद हुए।
हम बच्चे है उस भारत माँ के, जिसकी गोद में पले बढे ।।
कम ना समझना दुनिया वालो, चीर फाड़ कर रख देगे ।
शुरुआत कर दी अब तुमने , अब अन्त तुम्हारा हमीं करेंगे ।।
कान खोल लो दुनिया वालों !
कश्मीर तुम्हे ना मिलने देंगे।
ज्यादा अति कर दी यदि तुमने
तो बाकी दुनिया भी ले लेंगे।।