Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!
Unlock solutions to your love life challenges, from choosing the right partner to navigating deception and loneliness, with the book "Lust Love & Liberation ". Click here to get your copy!

Ashish Agrawal

Drama

5.0  

Ashish Agrawal

Drama

पानी

पानी

1 min
380


पानी मैं पानी

मैं हूँ जीवन में जीवन

मुझी से साँसों का बंधन

मैं रब की मेहरबानी

पानी में पानी।


फूलों और कलियों की क्यारी,

खेतों में फसलों की दौलत,

पक्षी, पेड़ों से भरे जंगल

सब मेरी ही तो बदौलत।


इंसाँ हो या हो परिन्दा

सब मुझसे ही तो जिन्दा

मुझसे ही जिन्दगानी

पानी मैं पानी।


दरिया भी दरिया मुझसे है,

है मुझसे ही झरनों का मंजर,

इक पूरी अलग दुनिया जिसमें,

है मुझसे ही वो समंदर,


संसार मेरे बिन सूना

प्यासे सब, मैं जो रहूँ ना

मैं साँसों की निशानी

पानी मैं पानी।


मुझको न बँटों मजहब में,

मैं तो सबका संगम हूँ

मैं ही अमृत गंगाजल,

मैं ही आबे जगमग हूँ।


हूँ सबका मैं ही सुकूँ

मैं सबकी जुस्तजू हूँ

मेरी क़ीमत सबने जानी

पानी मैं पानी।


देखा जो तड़पते प्यासों को,

आँखों से नदियाँ हैं बहती

कहीं सूख न जाए स्याही भी,

'आमिर' की कलम है कहती।


कुछ ऐसी प्यास जगाओ

तुम यूँ न मुझे बहाओ

रोको अपनी मनमानी

पानी मैं पानी।।


Rate this content
Log in

Similar hindi poem from Drama